दुमका के हंसडीहा मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में बड़ी चोरी ने खड़े किए कई सवाल
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- 2 days ago
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क्या यह हॉस्पिटल कभी पुनर्जीवित हो पाएगा और आम जनता को इसका लाभ मिलेगा
दुमका। हंसडीहा मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में हुई बड़ी चोरी की घटना के बाद आम लोगों के मन में कई सवाल उठने लगे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह हॉस्पिटल कभी पुनर्जीवित हो पाएगा और क्या इसकी सुविधाएं आम जनता को मिल सकेंगी। साथ ही चोरी जैसी गंभीर घटना के लिए आखिर जिम्मेदार कौन है और क्या उन पर कभी ठोस कार्रवाई होगी या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में बंद कर दिया जाएगा। लोगों का मानना है कि यदि इस मामले की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए तो कई प्रभावशाली लोग जांच के दायरे में आ सकते हैं।

पूर्व की घटनाओं पर पुलिस की लापरवाही का आरोप
दुमका। पुलिस जांच में यह सामने आया है कि चोरों ने सबसे पहले अस्पताल परिसर में लगे बिजली ट्रांसफार्मर की चोरी की थी, जिसका मामला एक माह पूर्व विद्युत विभाग द्वारा दर्ज कराया गया था। लोगों का कहना है कि यदि उस समय पुलिस ने गंभीरता से जांच की होती और अस्पताल परिसर का सही ढंग से मुआयना किया गया होता तो इतनी बड़ी चोरी को रोका जा सकता था। पुलिस के अनुसार पिछले तीन महीनों से चोरी की घटनाएं हो रही थीं और इस दौरान अस्पताल का गेट कई बार खोला गया, बावजूद इसके प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था की नजर इस पर नहीं पड़ी, जो गंभीर शिथिलता को दर्शाता है।
बरामदगी पर सवाल, पुलिस कार्रवाई से असंतोष
दुमका। इस मामले में पांच लोगों को जेल भेजे जाने के बावजूद पुलिस की कार्यशैली से आमजन संतुष्ट नहीं हैं। लोगों का कहना है कि करोड़ों रुपये के उपकरणों की चोरी में पुलिस एक लाख रुपये का भी सामान बरामद नहीं कर पाई है। एसी के पार्ट्स, ऑक्सीजन सिलेंडर, सीसीटीवी डीवीआर, मल्टी पैरामीटर जैसे कई उपकरण चोरी के बाद अस्पताल परिसर में ही पड़े देखे गए थे, ऐसे में सवाल उठता है कि असली चोरी का माल आखिर गया कहां। लोग यह भी पूछ रहे हैं कि क्या पुलिस ने मामले के उद्भेदन में जल्दबाजी की या चोरों ने शातिर तरीके से चोरी के सामान को ठिकाने लगा दिया। इन तमाम सवालों के जवाब आने वाले दिनों में प्रशासन को देना होगा।








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