सूर्या हांसदा हत्याकांड के विरोध में सीएम हेमंत सोरेन का पुतला दहन
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- 15 minutes ago
- 2 min read

झारखंड क्रांति सेना ने किया सूर्या हांसदा मुठभेड़ की सीबीआई से जांच की मांग
दुमका। बोरिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक का चुनाव लड़ चुके सूर्यनारायण हांसदा उर्फ सूर्या हांसदा की पुलिस मुठभेड़ में हुई मौत को राज्य सरकार के संरक्षण में पुलिस द्वारा की गई राजनीतिक हत्या बताते हुए झारखंड क्रांति सेना की रामगढ़ प्रखंड इकाई ने रविवार को रामगढ़ प्रखंड के गिधबन्ना में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया।

रमेश मरांडी ने किया पुतला दहन कार्यक्रम का नेतृत्व
पुतला दहन कार्यक्रम का नेतृत्व झारखंड क्रांति सेना के प्रखंड उपाध्यक्ष रमेश मरांडी कर रहे थे।गोड्डा जिले की पुलिस द्वारा मुठभेड़ में सूर्या हांसदा के मारे जाने को कपोल-कल्पित बताते हुए रमेश मरांडी ने कहा कि सत्ताधारी दल के संरक्षण में राज्य की पुलिस बेलगाम हो गई है। सरकार से असहमति रखने वालों के विरोधी स्वर को खामोश करने के लिए पुलिस का सहारा लिया जा रहा है, फर्जी मुठभेड़ में विरोधियों को मारा जा रहा है। सूर्या हांसदा को गरीबों तथा आदिवासियों का संरक्षक तथा अवैध खान माफिया का विरोधी बताते हुए वक्ताओं ने कहा कि अवैध खनन का विरोध करने की कीमत सूर्या हांसदा को जान देकर चुकानी पड़ी। वक्ताओं ने सूर्या हांसदा मुठभेड़ की सीबीआई से जांच कराने की मांग भी की।

वीर शिबू जिंदाबाद तथा हेमंत सोरेन मुर्दाबाद के लगाये नारे
वक्ताओं ने कहा कि पूरे राज्य विशेष कर संताल परगना में आज राज्य सरकार के सीएम हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया जा रहा है। आदिवासियों के हितों की रक्षा के नाम पर सत्ता में आई हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली राज्य सरकार अपनी पुलिस के माध्यम से आदिवासियों की ही हत्या करा रही है। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। यहां की संस्कृति एवं संसाधन लूटे जा रहे हैं। संसाधनों के लूट को राज्य सरकार का पूरा संरक्षण प्राप्त है। मुठभेड़ की सीबीआई जांच तथा खनिज संसाधनों के लूट के विरोध में हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया जा रहा है। पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल लोग सिदो,कान्हो, चांद, भैरव, फूलो, झानो के साथ वीर शिबू जिंदाबाद तथा हेमंत सोरेन मुर्दाबाद के नारे भी लगा रहे थे। पुतला दहन कार्यक्रम में मुख्य रूप से रमेश मरांडी, शैलेंद्र हेम्ब्रम, डेनियल टुडू, श्यामलाल हेम्ब्रम, सुरेंद्र हांसदा, इसाक टुडू, सुबोध किस्कु आदि मौजूद थे

Comentários