दुमका में चोरों के निशाने पर बंद घर, लोगों का सवाल- पुलिस क्या कर रही है।
- SANTHAL PARGANA KHABAR
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दुमका में चोरी की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं और अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है
दुमका। दुमका में चोरी की लगातार बढ़ती घटनाओं ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर दिया है। शहर में चोरों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे बेखौफ होकर बंद घरों को निशाना बना रहे हैं। ताजा मामले में चोरों का गिरोह गिलानपाड़ा क्षेत्र में तीन घरों को निशाना बनाकर पुलिस को खुली चुनौती देता नजर आया। सीसीटीवी फुटेज में छह संदिग्ध कैद हुए हैं।

गिलानपाड़ा में एक ही रात तीन घरों में चोरी
दुमका। नगर थाना क्षेत्र के गिलानपाड़ा मुहल्ले में शनिवार देर रात चोर गिरोह ने लगातार तीन घरों में हाथ साफ किया। सत्या निवास के प्रथम तल पर रहने वाले मकान मालिक सत्यवीर मंडल, भूतल पर रहने वाले किरायेदार राजीव सिंह, और पास में स्थित कांग्रेस की प्रदेश सचिव अरबी खातून के घर को चोरों ने अपना निशाना बनाया। अरबी खातून को रविवार सुबह चोरी की जानकारी मिली, जबकि मकान मालिक और किरायेदार को इसकी भनक सोमवार की शाम लौटनें पर लगी।

चार लाख नकद और चार लाख के जेवरात पर हाथ साफ
दुमका। शिकारीपाड़ा मध्य विद्यालय के शिक्षक राजीव कुमार सिंह, जो मकान मालिक सत्यवीर मंडल के किरायेदार हैं, श्राद्धकर्म में शामिल होने बांका गए हुए थे। उनकी गैरमौजूदगी में चोरों ने खिड़की की ग्रिल तोड़कर घर में घुसपैठ की।
घर लौटने पर उन्हें पता चला कि चार लाख रुपये नकद और लगभग चार लाख रुपये मूल्य के जेवरात चोरी हो चुके हैं। मकान मालिक सत्यवीर मंडल के घर में भी चोरी हुई है, लेकिन वे बाहर होने के कारण अभी तक नुकसान का पूरा आकलन नहीं हो सका है।
परिवार शोक कार्यक्रम में गया था, इसी बीच चोरों ने की वारदात
दुमका। शिक्षक राजीव सिंह बुधवार को पूरे परिवार के साथ बांका गए थे। सोमवार शाम लौटने पर उन्होंने घर की हालत देख दंग रह गए। सामान बिखरा हुआ था, खिड़की की ग्रिल उखड़ी पड़ी थी और अलमारी में रखा सारा कीमती सामान गायब था। सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
पहले भी हो चुकी है चोरी, वही गिरोह होने की आशंका
दुमका। कुछ दिन पहले बांधपाड़ा मोहल्ले के प्रोफेसर कोलोनी में भी एक बंद घर में चोरी हुई थी। उस समय भी छह संदिग्ध सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे। शनिवार की रात भी ठीक छह संदिग्ध नजर आए हैं। यह वही गिरोह है या अलग—यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। लेकिन लगातार घटनाओं के बाद शहरवासियों का सवाल वही है— दुमका पुलिस आखिर क्या कर रही है?












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