दुमका के शिकारीपाड़ा में वृद्ध दंपत्ति की चाकू से गोद कर हत्या
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- 1 day ago
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दोनों बेटियों को भी चाकू मारा, दुमका अस्पतालमें में दोनों भर्ती
प्रेम प्रसंग में हुए विवाद के कारण पूरे परिवार को बनाया निशाना
दुमका। बड़ी खबर दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र से आ रही है जहां के सुन्दराफलान गांव में सोमवार की देर रात पति साहब हेंब्रम और उसकी पत्नी मंगली किस्कू की चाकू से गोदकर कर हत्या कर दी गई है। इस दंपति की दो बेटियां हीरामणि हेंब्रम और ऐनी हेंब्रम पर भी चाकू से जानलेवा हमला किया गया है। दोनों को घायल अवस्था में दुमका के सदर अस्पताल में भर्ती किया गया है जिसमें से छोटी बेटी बेनी हेंब्रम की हालत नाजुक बताई जाती है। मृतक दंपति 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं।मृतक दंपति 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं। पुलिस ने दोनों शवों को जप्त कर लिया है पोस्टमार्टम के लिए दुमका भेजवाया है। हत्यारों के बारे में अभी कुछ पता नहीं चल पाया है। ऐसा माना जा रहा है कि प्रेम प्रसंग के विवाद में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है।

मृतकों के नाम -
1. साहेब हेम्ब्रम, उम्र 66 वर्ष
2. मंगली किस्कु, उम्र 63 वर्ष
घायलों के नाम -
1. हीरामुनि हेम्ब्रम, उम्र 28 वर्ष
2 बेनी हेंब्रम, उम्र 17 वर्ष

बड़ी बेटी के प्रेमी ने की दंपत्ति की हत्या
जानकारी के अनुसार हत्या की यह नृसंश घटना सोमवार की रात एक से दो बजे उस समय अंजाम दी गयी जब बारिश हो रही थी। साहेब हेम्ब्रम और उसकी पत्नी मंगली किस्कु दोनों को वृद्धा पेंशन मिलता था। उनकी दोनों में बेटियों में से बड़ी बेटी हीरामुनी हेम्ब्रम जिसका पाकुड़ जिले के एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था और छोटी बेटी बेनी हेम्ब्रम जो इंटरमिडिएट में पढ़ती है, दोनों घर पर ही रहते हैं। दंपत्ति की हत्या धारदार हथियार से की गयी है। बड़ी बेटी हीरामुनी हेम्ब्रम ने बताया कि उसके प्रेमी लोकेश मुर्मू ने रात में घर घुसकर सबसे पहले उसके पिताजी को मार दिया। फिर उसकी मां को भी मार दिया। उसके हाथ में चाकु था। फिर दोनों बहनों पर हमला कर दिया। दोनों ने वहां से भाग कर अपनी भाभी के घर जााकर अपनी जान बचायी।

चाकू लेकर पहुंचा था युवक, दोनों बहनों ने भाग कर बचायी जान
दुमका के पीजेएमसीएच अस्पताल में भर्ती मृत दंपत्ति की बड़ी बेटी हीरामुनी हेम्ब्रम ने सोमवार की रात और मंगलवार की सुबह उसके घर में हुए उस भयावह मंजर के बारे में बताया है जब उसका प्रेमी हाथ में चाकू लेकर पहुंच गया था और एक-एक कर उसके माता-पिता मो मार चाकूओं के कई वार कर मौत के घाट उतार डाला। हीरामुनी ने बताया, ‘‘रात में सो गये थे। पूरा बारिश हो रहा था। टाइम तो नहीं देख सके। रात का एक या दो बज रहा होगा। सबसे पहले मेरे पिताजी को मार दिया। उसके बाद मेरी सिस्टर को बेनी हेम्ब्रम को मारा। फिर मम्मी को भी मार दिया। उन दोनों को जान से मार दिया। फिर दोनों को जख्मी कर दिया तो हम दोनों भाग गये। भाग-भाग कर हम दोनों मेरे भाभी का घर पहुंच गये।’’

हीरामुनी से प्रेम करता था लोकेश, विकलांगता बनी बाधा
हीरामुनी ने कहा, ‘‘उस लड़का ने मार दिया जिसे हम पकड़े थे पर उसे नहीं संभाल पाये। लोकेश मुर्मू (पाकुड़ जिला) ने मेरे मम्मी-पापा को मार दिया क्योंकि हम दोनों शादी करना चाहते थे। पर मेरे मम्मी-पापा ने उस लड़का से बात करने से मुझे मना कर दिया क्योंकि वह विकलांग था। बोला कि उससे शादी मत करो, वह विकलांग है। तुम दोनों कैंसे जिंदगी बितायेगी, उससे बात मत करो तो हम मम्मी-पापा का बात मान लिये और उससे बात हम नहीं करते थे। उस लड़का से मेरा झगड़ा भी नहीं हुआ है। हम उसको बोलते थे कि मम्मी-पापा अभी मना कर रहे हैं, किसी दिन हम दोनों एक हो जाएंगे, ऐसे बोल कर उसे समझा दिये थे। हम जब बीमार थे तो लड़का मुझे बचाने केलिए अपना घर ले गया था जहां उसने एक माह 14 दिन तक मुझे रखा। फिर मुझे घर लेकर आया। मम्मी-पापा उसका हाथ नहीं देखा था कि वह विकलांग था। पता भी नहीं था उनलोग को। हम भी नहीं बताये। फिर जब वह मेरा घर आया। पता चला तो मम्मी-पापा ने मुझे मना किया। लड़का कुछ नहीं करता था।’’

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