कल्याण विभाग में 12 करोड़ रुपये की अवैध निकासी का खुलासा
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- 14 hours ago
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शिकायत दर्ज, विभाग में मचा हड़कंप
पाकुड़ जिला मुख्यालय स्थित कलाईण विभाग में लगभग 12 करोड़ रुपये की अवैध निकासी का मामला सामने आने के बाद पूरे विभाग में हड़कंप मच गया है। नगर थाना में विभाग से जुड़े तीन कर्मचारियों सहित एक दर्जन से अधिक खातेधारकों के खिलाफ प्राथमिक शिकायत दर्ज कराई गई है। इन खातों में संदिग्ध तरीके से सरकारी राशि भेजी गयी थी।

पुलिस ने कार्यालय में दबिश देकर कर्मचारियों को हिरासत में लिया
शुक्रवार देर शाम पुलिस टीम ने कलाईण विभाग के कार्यालय पहुंचकर कुछ कर्मचारियों को हिरासत में लिया। पुलिस हिरासत में लिए गए कर्मचारियों से पूछताछ जारी है। प्रारंभिक पूछताछ में कई अहम बिंदु सामने आने की बात कही जा रही है।
एसबीआई ने दी सूचना, जांच में खुला गबन का मामला
जिला कलाईण पदाधिकारी अरुण कुमार एक्का ने बताया कि भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के प्रबंधक ने उन्हें संदिग्ध लेन-देन की जानकारी दी थी। बैंक द्वारा भेजे गए लेन-देन विवरणों की जांच में अवैध निकासी का मामला उजागर हुआ। बताया गया कि यह निकासी 1 फरवरी 2025 से दिसंबर 2025 के बीच की अवधि में की गई।
फर्जी हस्ताक्षर के आधार पर राशि की निकासी
जांच में खुलासा हुआ कि पिछली प्रशासनिक अवधि के अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर का उपयोग कर खातों से बड़ी रकम निकाली गई। बैंक रिकॉर्ड में दर्ज हस्ताक्षर मेल नहीं खाने पर मामला गंभीर माना गया। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इतनी बड़ी राशि की निकासी में बैंक के कुछ कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध प्रतीत होती है।
कंप्यूटर ऑपरेटर की गतिविधियों पर बढ़ा शक
मामले की जांच के दौरान कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर सूरज कुमार केवट बैंक गए और एडवाइस से संबंधित जानकारी लेने लगे। बैंक अधिकारियों ने जब एडवाइस के प्रिंटआउट दिखाए, तो उन पर दर्ज हस्ताक्षर संदिग्ध पाए गए। इसके बाद अधिकारी मानवेन्द्र झा भी बैंक पहुँचे और उन्होंने भी उन्हीं दस्तावेजों को देखने के बाद निकासी पर गंभीर प्रश्न उठाए।
एडवाइस को सील कर सुरक्षित रखा गया
जब लेन-देन से जुड़े एडवाइस दस्तावेजों पर गड़बड़ी की पुष्टि होने लगी, तो जिला कलाईण पदाधिकारी ने संबंधित एडवाइस की प्रतियों को सील बंद कर सुरक्षित रखा। इन्हें जांच एजेंसियों के सामने प्रस्तुत किया गया है। अब पुलिस और विभाग की संयुक्त टीम मामले की गहराई से जांच कर रही है।
12 करोड़ रुपये की निकासी पर गहराया संदेह
जांच में धीरे-धीरे यह स्पष्ट हो रहा है कि फरवरी से दिसंबर 2025 तक की अवधि में लगभग 12 करोड़ रुपये की अवैध निकासी की गई। विभागीय अधिकारी इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या यह पूरा मामला संगठित तरीके से किया गया था और क्या इसमें बाहरी लोगों की भी संलिप्तता रही है।
वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना, आगे की कार्रवाई जारी
जिला कलाईण पदाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी है। फिलहाल प्रशासन और पुलिस दोनों टीमें मिलकर यह पता लगाने में जुटी हैं कि विभागीय प्रक्रियाओं को दरकिनार कर इतनी बड़ी धनराशि कैसे निकाल ली गई।
जल्द होगी बड़ी कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार, जांच में कई और नाम सामने आ सकते हैं। पुलिस तकनीकी और दस्तावेजी साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की तैयारी कर रही है। विभाग ने कहा है कि दोषी पाए जाने वाले किसी भी कर्मचारी या अधिकारी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।












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