एआई सेल्फी से न्यूरोसेंसर गेम तक : दुमका में डिजिटल माध्यमों से प्रकृति संरक्षण का दिया संदेश
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- 2 hours ago
- 2 min read

वन विभाग का डिजिटल एंगेजमेंट जोन बना आकर्षण का केंद्र
दुमका। दुमका के आउटडोर स्टेडियम के समीप झार मधु केंद्र में वन प्रमंडल कार्यालय, दुमका द्वारा “टेक लीफ स्मार्ट टेक ग्रीन माइंड्स-डिजिटल एंगेजमेंट जोन” का शुक्रवार को शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुधांश कुमार शशि, उपायुक्त अभिजीत सिन्हा एवं प्रशिक्षु आईएएस नाजिस उमर अंसारी भी शामिल हुए। इस अनोखी पहल का उद्देश्य आधुनिक डिजिटल तकनीक के माध्यम से बच्चों, युवाओं और आम नागरिकों में पर्यावरण संरक्षण और हरित भविष्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। कार्यक्रम ने आधुनिक तकनीक और पर्यावरणीय संदेश को एक साथ जोड़ते हुए आगंतुकों को न सिर्फ़ मनोरंजक बल्कि शिक्षाप्रद अनुभव भी प्रदान किया। यह कार्यक्रम 6 दिसम्बर तक चलेगा।

एआई फोटो बूथ- मुख्यमंत्री के साथ वर्चुअल सेल्फी
प्रतिभागियों ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित फोटो बूथ में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ झारखंड के घने जंगलों की पृष्ठभूमि में वर्चुअल सेल्फी ली। यह बच्चों एवं युवाओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा।

रन टू अर्न- कदमों से हरित भविष्य की ओर
सेंसर आधारित रनिंग प्लेटफ़ॉर्म पर प्रतिभागियों की दौड़ को डिजिटल ग्राफिक्स के माध्यम से हरित भविष्य की यात्रा के रूप में प्रदर्शित किया गया। इसने स्वास्थ्य, ऊर्जा और पर्यावरण को एक साथ जोड़ने का अनूठा अनुभव दिया।

डिजिटल फ्लिपबुक-हाथ के इशारे से चलनेवाली कहानी
जेस्चर-नियंत्रित फ्लिपबुक के माध्यम से आगंतुकों ने बिना स्पर्श किए दुमका और झारखंड से संबंधित जानकारियों को देखा। आधुनिक तकनीक और स्थानीय सामग्री का यह संगम दर्शकों को बेहद पसंद आया।

न्यूरोसेंसर गेम- ध्यान की शक्ति से पेड़ उगाएँ
न्यूरोसेंसर हेडबैंड पहनकर प्रतिभागियों ने एकाग्रता के माध्यम से स्क्रीन पर धीरे-धीरे बढ़ते पेड़ को देखा। यह रोचक गतिविधि मानसिक फोकस और प्रकृति के बीच संबंध को उजागर करती है।

डेसिबल मीटर चैलेंज- प्रकृति के लिए बुलंद आवाज़
इस गतिविधि में प्रतिभागियों ने प्रकृति संरक्षण के नारे लगाए, जिनकी तीव्रता डेसिबल मीटर पर प्रदर्शित हुई। इससे लोगों में उत्साह और सहभागिता दोनों बढ़े









Comments