अस्पताल का एसपी ने किया निरीक्षण, एसआईटी गठन की तैयारी
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- 1 day ago
- 2 min read

दुमका के हंसडीहा मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल में करोड़ों की चोरी के बाद पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने सोमवार को पूरे परिसर का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने वार्ड, स्टोर रूम, ऑक्सीजन प्लांट और उपकरण कक्ष की बारीकी से जांच की तथा अधिकारियों से विस्तृत जानकारी प्राप्त की। एसपी ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द ही एसआईटी का गठन किया जाएगा ताकि अपराधियों की पहचान कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जा सके। निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि तांबे के तार सहित कई महंगे उपकरण चोरी हो चुके हैं। एसपी ने स्थानीय पुलिस को निर्देश दिया कि आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए, जिसके बाद प्रशासनिक महकमे में हलचल तेज हो गई।

फिंगर प्रिंट और तकनीकी टीम ने जुटाए अहम साक्ष्य
चोरी के संवेदनशील मामले को देखते हुए फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट सीताराम विश्वकर्मा, सुखदेव महतो तथा तकनीकी सेल की विशेष टीम को तुरंत घटनास्थल भेजा गया। टीम ने पूरे परिसर को सुरक्षा घेरे में लेकर जांच शुरू की और दरवाजों, ताले, खिड़कियों व उपकरणों से उंगलियों के निशान एकत्र किए। तकनीकी टीम ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है, साथ ही मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल के डिजिटल साक्ष्य भी इकट्ठे किए जा रहे हैं। सभी अहम साक्ष्यों को वैज्ञानिक तौर पर सील कर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। अधिकारियों के अनुसार, तकनीकी और वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर जल्द ही चोरी का खुलासा किया जाएगा।

बिजली डिस्कनेक्शन के दौरान सामने आया बड़ा खुलासा
जांच के बीच एक चौंकाने वाला तथ्य तब सामने आया जब पता चला कि अस्पताल परिसर में लगे 500 किलोवाट के ट्रांसफॉर्मर की चोरी की रिपोर्ट पहले ही एक नवंबर को दर्ज कराई गई थी। यह खुलासा तब हुआ जब बिजली बिल लंबे समय तक बकाया रहने पर बिजली विभाग की टीम स्थायी डिस्कनेक्शन के लिए अस्पताल पहुंची। मौके पर टीम ने पाया कि ट्रांसफॉर्मर गायब है, जिसके बाद कनीय अभियंता नितेश कुमार ने तुरंत स्वास्थ्य विभाग और पुलिस को इसकी सूचना दी। इस घटना ने अस्पताल की सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था की पूरी पोल खोल दी है—लंबे समय से बंद पड़े इस अस्पताल की न तो नियमित जांच हुई और न ही सुरक्षा को गंभीरता से लिया गया।








Comments