हूल दिवस पर भोगनाडीह में संताल ग्रामीण और पुलिस के बीच स्थिति तनावपूर्ण पढ़े पूरी खबर
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- Jun 30
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साहेबगंज (बरहेट), 30 जून:
हूल दिवस की पूर्व संध्या पर सिदो–कानू की जन्मस्थली भोगनाडीह में स्थिति अत्यंत तनावपूर्ण हो गई, जब संताल ग्रामीणों और पुलिस बल के बीच झड़प हो गई। झड़प के दौरान ग्रामीणों द्वारा चलाए गए तीरों से पुलिस के दो जवान घायल हो गए हैं, जबकि पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में आंसू गैस के गोले और गोलीबारी की। गोली चलने की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।

कार्यक्रम के आयोजन को लेकर उपजा विवाद
पूरा मामला हूल दिवस के कार्यक्रम आयोजन से जुड़ा है। जानकारी के अनुसार, सिदो-कानू के वंशज मंडल मुर्मू ने 30 जून को स्थानीय स्टेडियम में हूल दिवस मनाने हेतु प्रशासन से लिखित अनुमति मांगी थी। प्रशासन ने इसे मंजूरी नहीं दी, जिसके विरोध में गांव के मांझी समेत ग्रामीणों ने नाराजगी जताई। बाद में, प्रशासन ने मौखिक अनुमति दी, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि देर रात प्रशासन की ओर से बनाए गए उनके मंच को नुकसान पहुंचाया गया। इसके जवाब में, आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन के मंच को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे तनाव और बढ़ गया।

झड़प और जवाबी कार्रवाई
रविवार सुबह जब बड़ी संख्या में ग्रामीण भोगनाडीह में जुटे थे, तब पुलिस बल भी वहां पहुंच गया। इसी दौरान कहासुनी झड़प में बदल गई। ग्रामीणों ने पारंपरिक तीर-कमान का उपयोग किया, जिससे दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने स्थिति नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग, आंसू गैस और लाठीचार्ज किया।

ग्रामीणों की मांग और प्रशासन की भूमिका
मंडल मुर्मू और ग्रामीणों का कहना है कि वे केवल सिदो-कानू की शहादत को सम्मान देने के लिए कार्यक्रम करना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने सांस्कृतिक अधिकारों में बाधा डाली। ग्रामीणों ने प्रशासन पर भेदभावपूर्ण रवैये का आरोप भी लगाया है।
फिलहाल भोगनाडीह क्षेत्र में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताई जा रही है। घायलों को इलाज के लिए भेजा गया है। प्रशासन की ओर से घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
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