top of page

स्कूलों की अब वीडियो कॉल से होगी मॉनिटरिंग


डीसी ने डीईओ को वीडियो कॉल कर शिक्षकों की उपस्थिति जांचने का दिया आदेश

दुमका। बिहार के तर्ज पर अब झारखण्ड के दुमका जिला में स्कूलों की अब वीडियो कॉल से मॉनिटरिंग होगी। स्कूल में बच्चों की संख्या कम रह रहने और फर्जी तरीके से प्रधानाचार्य और शिक्षकों द्वारा अधिक बच्चों का अटेंडेंस बना देने की रिपोर्ट के अलावा कई शिक्षकों द्वारा हाजिरी बनाकर ड्यूटी से गायब रहने की सूचना और शिकायतों पर उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने संज्ञान लिया है। उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने 14 जून को शिक्षा विभाग की बैठक की। उन्होंने शिक्षा विभाग एवं सर्व शिक्षा अभियान की मासिक समीक्षा करते हुए के ई विद्यावाहिनी में उपस्थिति नहीं बनाने वाले शिक्षकों के भौतिक सत्यापन कराने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी बीईओ को निर्देश दिया कि वे विद्यालय में स्वयं जाकर उसकी वास्तविक स्थिति का प्रतिवेदन तैयार करेंगे। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि एक सेल का गठन कर प्रतिदिन विद्यालयों को एटरैंडम वीडियो कॉल कर शिक्षकों की वास्तविक उपस्थिति की जांच करवाएं। जो शिक्षक फोन नहीं उठाते या विद्यालय से अनुपस्थित पाए जाते हैं उन पर तत्काल कार्रवाई करें।


अब शिक्षकों को रहना होगा अलर्ट मोड में

दुमका। डीईओ वीडियो कॉल से स्कूल के सभी कक्षाओं में बच्चों की उपस्थिति और नामांकित बच्चों की संख्या जानेंगे। इसके साथ ही कितने शिक्षक उपस्थित हैं, इस बात की भी जानकारी लेंगे और उसे ई विद्यावाहिनी पोर्टल से भी मिलाएंगे कि कहीं पोर्टल पर गलत जानकारी तो नहीं डाली गई है। इस दौरान वह विद्यालय में बच्चे यूनिफॉर्म में आ रहे हैं या नहीं इस बात की भी जानकारी लेंगे। कितने शिक्षक उपस्थित हैं और कितने शिक्षक छुट्टी पर हैं। कितने शिक्षक सीएल पर है, कितने एसएल पर और कितने मातृत्व अवकाश पर हैं। स्कूल की मरम्मती और रंग रोगन आदि की भी वह जानकारी लेंगे। डीसी ंने मासिक पाठ्यक्रम मध्याह्न भोजन योजना, पाठ्य पुस्तक व साइकिल वितरण की वास्तविक स्थिति विद्यार्थियों को फोन कर जांच कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने निदेश दिया कि विद्यालय विकास मद में बहुत बड़ी राशि बिना उपयोग पड़ी हुई है इसके लिए आवश्यक बैठक कर बेंच, डेस्क चहारदीवारी आदि मूलभूत सुविधाओं के निर्माण में इसका व्यय किया जाए। स्थानीय विधायक चूंकि विद्यालय विकास समिति के सदस्य होते हैं अतः विधायकों से इस संबंध में पत्राचार करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि कनीय अभियंता इस संबंध में प्राक्कलन तैयार कर लेंगे। विद्यालय विकास कोष की राशि किस कार्य में व्यय किया गया है उसके पूर्व एवं बाद की स्थिति का फोटो सहित आवश्यक दस्तावेज समर्पित करेंगे।


लापरवाह लोग नहीं सुधरे तो कार्रवाई तय: डीसी

दुमका। उपायुक्त ने कहा कि शिक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है इसलिए वह विद्यालयों का औचक निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा कि कार्य में लापरवाह लोग उन्हें सख्त नापसंद हैं और वे बिना कारवाई किए छोड़ने वाले नहीं है इसलिए आप सावधान हो जाएं एवं अपनी कार्यपद्धति को बदल लें। निरीक्षण के दौरान वह कार्यालयों में भी सभी आवश्यक दस्तावेज व्यवस्थित रूप से पाया जाना चाहिए। यदि किसी विद्यालय या कार्यालय में निरीक्षण के दौरान कोई गड़बड़ी पकड़ी गई तो वे तत्काल कार्रवाई करेंगे। उन्होंने मैट्रिक एवं इंटर परीक्षा परिणाम की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयों में आवश्यकता अनुरूप अंग्रेजी माध्यम के शिक्षक प्रतिनियोजन का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त इन्होंने बच्चो का प्रोग्रेशन एमध्याह्न भोजन योजना, आउट ऑफ स्कूल बच्चे, बीआरपी सीआरपी के स्कूल विजिट, समावेशी शिक्षा आदि कार्यों की समीक्षा की तथा ससमय सारे कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पलाश बहु भाषी शिक्षण कार्यक्रम के संबंध में निर्देश दिया कि जिन स्कूलों में यह कार्यक्रम चल रहा है वहां प्रतिदिन 90 मिनट की पढ़ाई अनिवार्य रूप से किया जाए। इसे पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए।


Comentarios


Post: Blog2 Post

Address

Shiv Sundari Road, Dumka, Jharkhand 814101

Contact

+917717793803

Follow

  • Facebook
  • YouTube
  • Twitter

©2021 by Santhal Pargana Khabar. All Rights Reserved

bottom of page