विश्व पर्यावरण दिवस पर संप्रेक्षण गृह में लगाया गया पीपल व फलों का पौधा
- Santhal Pargana Khabar
- Jun 5
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पाकुड़ के प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुमार क्रांति प्रसाद ने लगाया पौधा
दुमका। 5 जून 2025 को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है, जिसका मुख्य विषय ‘प्लास्टिक प्रदूषण का अंत’ है। इस वर्ष दक्षिण कोरिया इसकी मेजबानी कर रहा है, जो प्लास्टिक कचरे को कम करने के लिए अपने प्रयासों के लिए जाना जाता है। सम्पूर्ण भारत में भी इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण गतिविधियाँ आयोजित की गई हैं। राज्य में 27 नदियों की पूजा की गई और प्लास्टिक उपयोग को कम करने के लिए एक नए अभियान की शुरुआत की गई, जिसमें लोगों से प्लास्टिक के स्थान पर पर्यावरण-अनुकूल विकल्प अपनाने की अपील की गई। वही झारखंड के उप राजधानी दुमका में विश्व पर्यावरण दिवस पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
दुमका के हिजला स्थित संप्रेक्षण गृह में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पाकुड के प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे) कुमार क्रांति प्रसाद ने पौधारोपण किया। एडीजे ने संप्रेक्षण गृह के बाहर एक पीपल का पेड़ लगाया। हाल ही में आये आँधीं में यहां स्थित एक विशाल छायादार पेड़ धराशायी हो गया था। उसी के बगल में पीपल का पेड़ लगाया गया। पाकुड़ एडीजे के साथ बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ0 राज कुमार उपाध्याय, सामाजिक सुरक्षा कोषांग की सहायक निदेशक सुचिता किरण, जिला योजना पदाधिकारी शिशिर तिग्गा, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्रा, एलपीओ अनिल मोहन ठाकुर, गृहपति अब्दुल गफ्फार ने संप्रेक्षण गृह में कागजी नींबू, चीकू, कबरंगा और हरसिंगार का पौधा भी लगाया। संप्रेक्षण गृह के निरीक्षण के दौरान एडीजे ने किशोरों के द्वारा लगाये गये फूलों एवं सब्जियों के प्लांटेशन की तारीफ करते हुए सुझाव दिया कि प्रत्येक किशोर को एक पैाधा टैग कर दिया जाये जिसमें पानी देने, पिकाई-गुड़ाई से लेकर खाद आदि देने और उस पौधे को विकसित करने की उसकी जिम्मेदारी दी जायं। एडीजे-1 कुमार क्रांति प्रसाद ने केक कटवाकर सीसीएल का जन्मदिन मनवाया और उन्हें चाकलेट बांटा। पर्यावरण दिवस पर किशोरों द्वारा बनाये गये पेंटिंग को भी उन्होंने देखा।
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