भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने राजनीति छोड़ दी है । इस बात का ऐलान उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर किया है। उन्होंने कहा है कि सामाजिक कार्य करने के लिए राजनीति में आए थे लेकिन अब उन्हें लगता है कि ये काम राजनीति से अलग होकर भी किया जा सकता है। उन्होंने राजनीति छोड़ने का ऐलान करते हुए कहा, ”अलविदा. मैं किसी राजनीतिक पार्टी में नहीं जा रहा हूं । टीएमसी, कांग्रेस, सीपीआई (एम) मुझे किसी ने नहीं बुलाया है । मैं कहीं नहीं जा रहा हूं. सामाजिक कार्य करने के लिए राजनीति में होने की आवश्यकता नहीं है । मैं राजनीति से दूर रहकर भी अपना मकसद पूरा कर सकता हूं.”
बाबुल सुप्रियो ने ये भी कहा है कि वह एक महीने के अंदर सरकारी आवास छोड़ देंगे और एमपी पद से इस्तीफा दे देंगे ।
बाबुल सुप्रियो ने अपनी पोस्ट में कहा कि इससे पहले भी कई मौकों पर वह गृह मंत्री अमित शाह ने राजनीति छोड़ने की बात कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि मैं उनका आभारी हूं कि उन्होंने मुझे कई मायनों में प्रेरित किया ।
उन्होंने ये भी कहा है कि पार्टी के साथ मेरे कुछ मतभेद थे । वो बातें चुनाव से पहले ही सभी के सामने आ चुकी थीं । हार के लिए मैं भी जिम्मेदार हूं लेकिन दूसरे नेता भी जिम्मेदार हैं । उन्होंने कहा, 2014 और 2019 में बहुत बड़ा अंतर है । आज भाजपा बंगाल में मुख्य विपक्षी दल है। आज पार्टी में कई नए उज्ज्वल युवा तुर्की नेता हैं और साथ ही कई पुराने मजाकिया नेता भी हैं। कहने की जरूरत नहीं है कि उनकी अगुवाई वाली टीम यहां से काफी आगे जाएगी । मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि यह स्पष्ट है कि आज पार्टी में किसी व्यक्ति का होना कोई बड़ी बात नहीं है और मेरा दृढ़ विश्वास है कि इसे स्वीकार करना ही सही निर्णय होगा।
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