बासुकिनाथ में भी जलापर्ण के लिए उमड़ी कांवरियों की भीड़
- SANTHAL PARGANA KHABAR
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161 डाक कांवरिया बरारी घाट से जल लेकर पहुंचे बासुकिनाथअरघा व्यवस्था के माध्यम से शिवलिंग पर अर्पित किया जल
बासुकिनाथ। शिव को सर्वाधिक प्रिय सोमवारी तिथि के साथ ही सावन के पावन महीने का शुभारंभ हो गया है। इस अवसर पर बासुकीनाथ धाम में फौजदारी नाथ पर पवित्र गंगा जल चढ़ाने के लिए शिव भक्तों का तांता लग रहा जिसे नियंत्रित करने के लिए देर रात से ही प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों की कवायद जारी रही। सुल्तानगंज से गंगा जल लेकर पहुंचने वाले कांवरिया एवं भागलपुर के बरारी से आने वाले डाक बम की गूंज अर्धरात्रि से ही सुनाई देने लगी जिन्हे कांवरिया रूट लाइन से संस्कार मंडप के रास्ते मंदिर में प्रवेश करवाया गया और अर्घा के माध्यम से जल चढ़वाया गया।

पूरा दिन मंदिर परिसर भगवाधारी कांवरियों के बोल बम के नारे से गूंजता रहा। भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर प्रशासन की ओर से शीघ्र दर्शनम कूपन की व्यवस्था की गई थी। मंदिर के सिंह द्वार एवं शिवगंगा घाट के पास जलार्पण काउंटर से भी जल चढ़ाया जा रहा था। भागलपुर के बरारी घाट से जल उठाकर हंसडीहा और नोनीहाट के रास्ते बासुकीनाथ पहुंचे 161 डाक कांवरियों ने भी जलार्पण किया जहां जलापर्ण में इन्हें प्राथमिकता दी गयी। सावन की पहली सोमवारी पर हंसडीहा के रास्ते बासुकीनाथ जाने वाले 161 डाक बमों को प्रशासनिक शिविर हंसडीहा में टोकन दिया गया। टोकन के जरिये डाक बम बासुकीनाथ मंदिर में बिना रुके सीधे प्रवेश कर जाते हैं जिससे डाक बमों को भीड़ का सामना नहीं करना पड़ता हैं। रविवार की रात 11 बजे से डाक बमों का प्रवेश हंसडीहा में शुरू हो गया था जो सोमवार की सुबह होने तक बासुकीनाथ की और अनवरत बढ़ते रहे। हंसडीहा से लेकर बासुकीनाथ तक हर तरफ श्रद्धालुओं और सेवा करनेवाले ग्रामीणों का सेवा भाव का इस पथ पर अद्भुत नजारा था। रिमझिम फुहारों एवं खुशनुमा मौसम में डाक बम अपने पैरों में पड़े छालों की पीड़ा को भूल सोमवारी पर बासुकीनाथ धाम में जल चढ़ाने के लिए कदम आगे बढ़ा रहे थे।

उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने बताया कि सोमवार को प्रातः एक बजे से ही मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त सभी दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी एकसाथ रूट लाईन पर मार्च करते रहे। जो भी श्रद्धालु यहा आ रहे हैं उन्हें कतारबद्ध करते हुए व्यवस्थित तरीके से जलापर्ण की सुविधा दी जा रही है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुबह 3 बजे से ही बाबा मंदिर का पट खोल दिया गया। श्रद्धालुओं के द्वारा अरघा व्यवस्था के माध्यम से शिवलिंग पर जल अर्पित किया जा रहा है।.इसके अलावा जलापर्ण काउंटर के माध्यम से भी श्रद्धालु जलापर्ण कर रहे हैं।

श्रावणी मेला के चौथे दिन दिन पहली सोमवारी को शाम 4 बजे तक 90350 श्रद्धालुओं ने बाबा बासुकीनाथ पर जलार्पण किया।सामान्य रुट लाइन से 82689,शीघ्र दर्शनम से 2250 एवं जलार्पण काउंटर से 5250 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया।पहली सोमवारी को 161 डाक बम श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया
शीघ्र दर्शनम से 6,75,000 रुपये, दान पेटी से 3,12,660 रूपये,गोलक से 98640 रुपए एवं अन्य स्रोत से 4445 रूपये प्राप्त हुए।

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