राधिका होटल फायरिंग केस में पांच आरोपी गिरफ्तार, पिस्तौल अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- 4 hours ago
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दुमका। उप-राजधानी दुमका में 30 नवंबर की रात राधिका होटल पर हुई सरेआम फायरिंग कांड में शामिल पांच युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर गुरुवार को सीजेएम कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सभी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल स्कॉर्पियो वाहन बरामद कर लिया है, हालांकि पिस्तौल अभी भी नहीं मिल पाया है। आधा दर्जन नामजद और दस से अधिक अज्ञात आरोपी अब भी फरार हैं। घटना का वायरल सीसीटीवी फुटेज पुलिस की किरकिरी का कारण बना था। सदर एसडीपीओ विजय कुमार महतो और जामा थानेदार अजीत कुमार की टीम ने पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर कार्रवाई को आगे बढ़ाया।

कुल 8 नामजद और 10–12 अज्ञात पर केस दर्ज—एसपी
दुमका। एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि होटल संचालक की शिकायत पर रंगदारी मांगने और गोली चलाने के आरोप में 8 नामजद और 10–12 अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। गिरफ्तार अभियुक्तों में दो नामजद—किशोर यादव उर्फ पुक्कू यादव और उसका बड़ा भाई मनीष यादव उर्फ बाबुल यादव—शामिल हैं। इनके अलावा अनूप यादव, कौशल कुमार यादव और राजकुमार यादव को भी पकड़ा गया है।

छापेमारी दुमका से भागलपुर तक, हथियार अब भी गायब
दुमका। जामा, जरमुंडी और भागलपुर में छापेमारी कर पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हथियार किसके पास है और पुलिस जल्द उसे भी बरामद करने का दावा कर रही है। पुलिस ने घटनास्थल से कारतूस का खोखा और सीसीटीवी फुटेज साक्ष्य के रूप में अपने कब्जे में लिया है।

गड़गड़िया गांव से आधी रात को दबोचा गया बाबुल, दीवार फांदकर भागने की कोशिश नाकाम
दुमका। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने मनीष यादव उर्फ बाबुल यादव को गड़गड़िया गांव से करीब 12:30 बजे गिरफ्तार किया। बाबुल घर की दीवार फांदकर भागने की कोशिश कर रहा था, पर दूसरी ओर भी पुलिस तैनात थी। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस की टेक्निकल टीम ने उसे ट्रैक किया था।

जीपीएस वाली स्कॉर्पियो ने पुक्कू को पहुंचाया जेल
दुमका। फायरिंग के बाद किशोर यादव उर्फ पुक्कू स्कॉर्पियो लेकर भागलपुर चला गया था। गाड़ी में लगे जीपीएस सिस्टम को ट्रैक कर पुलिस सीधे भागलपुर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि वह महुआडंगाल के भागवत राउत हत्याकांड का भी अभियुक्त रह चुका है।

फायरिंग की जड़ में पुराना विवाद, समझौते के बाद भी घटना
दुमका। होटल संचालक प्रतुल मंडल ने बताया कि 29 नवंबर की रात एक ग्राहक से विवाद हुआ था, जिसे 30 नवंबर की शाम समझौते से सुलझा लिया गया था। इसके बावजूद रात करीब 10:30 बजे बदमाश होटल के सामने पहुंचे और फायरिंग कर दी। एसपी के मुताबिक, आरोपियों ने भी स्वीकार किया है कि उनका होटल संचालक से पहले भी विवाद हुआ था। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।









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