नशे में वाहन चलाने वालों की अब खैर नहीं—दोषी चालकों के लाइसेंस सीधे निलंबित
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- Nov 26
- 3 min read

ड्रिंक एंड ड्राइव रोकने के लिए थानों को मिले ब्रेथ एनलाइज़र
दुमका जिले में लगातार हो रहे सड़क हादसों के प्रमुख कारणों में शराब पीकर तेज व लापरवाही से वाहन चलाना शामिल है। इस समस्या पर नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन ने सभी थानों को ब्रेथ एनलाइज़र उपलब्ध कराए हैं, जिनसे वाहन चालकों की नियमित जांच की जाएगी। नशे में पाए जाने पर चालकों के लाइसेंस निलंबित किए जाएंगे। परिवहन विभाग ने अक्टूबर माह में ड्रिंक एंड ड्राइव के साक्ष्य के आधार पर चार ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किए हैं, जिनमें तीन ट्रक चालक और एक दोपहिया चालक शामिल है। उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और बस स्टैंड में बस चालकों की नियमित जांच की जाए।

दुर्घटना-प्रवण स्थलों पर लगाए जाएंगे 104 कन्वेक्स मिरर
सड़क सुरक्षा को लेकर समाहरणालय सभागार में उपायुक्त अभिजीत सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में पिछली बैठक के निर्देशों के अनुपालन का विस्तृत मूल्यांकन किया गया। उपायुक्त ने कहा कि जिले में चिन्हित किए गए सभी तीखे मोड़ों और दुर्घटनाप्रवण स्थलों पर रंबल स्ट्रिप और कन्वेक्स मिरर लगाए जाएँ। अब तक 104 ऐसे स्थलों की पहचान की जा चुकी है। उन्होंने निर्देश दिया कि अंचल अधिकारी अतिरिक्त संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर प्रस्ताव भेजें, ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।

हिट एंड रन के 63 मामले लंबित, शीघ्र मुआवजा देने के निर्देश
बैठक के दौरान हिट एंड रन मामलों की भी समीक्षा की गई। उपायुक्त ने सभी अंचल अधिकारियों और थाना प्रभारियों को लंबित मामलों की रिपोर्ट तुरंत उपलब्ध कराने को कहा, ताकि पीड़ितों को शीघ्र मुआवजा उपलब्ध कराया जा सके। जिले में वर्तमान में 63 हिट एंड रन मामले लंबित हैं। केंद्र सरकार की 1 अप्रैल 2023 से लागू नई हिट एंड रन क्षतिपूर्ति योजना के तहत मृत्यु की स्थिति में 2 लाख रुपये और गंभीर चोट के लिए 50,000 रुपये मुआवजा देने का प्रावधान है।

स्कूल बसों के लिए सख्त सुरक्षा मानक लागू
उपायुक्त ने सभी स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिया कि स्कूल बसें अनिवार्य रूप से पीले रंग में रंगी हों और उनकी खिड़कियों पर सुरक्षा नेट लगाया जाए। सभी बसों में जीपीएस अनिवार्य रूप से इंस्टॉल हो और उसकी लोकेशन की जानकारी अभिभावकों को उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि जिले में नियमित वाहन जांच अभियान चलाया जाए तथा अंचल अधिकारी हेलमेट पहनने के प्रति जनजागरूकता अभियान चलाएँ। बैठक में एसडीओ कौशल कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार, डीएसपी इकुड डुंगडुंग, सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य नीलकंठ झा, अमरेन्द्र सुमन, मुस्ताक अली, रमण वर्मा सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।

विद्यालयों में सड़क सुरक्षा की अनिवार्य कक्षाएँ लें: एसपी
बैठक में पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने सड़क सुरक्षा जागरूकता को और प्रभावी बनाने के लिए निर्देश दिया कि सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र के कम से कम एक विद्यालय में जाएँ और छात्रों को सड़क सुरक्षा के नियमों के बारे में विस्तार से जानकारी दें। उन्होंने कहा कि बच्चों को सुरक्षित सड़क पार करने के तरीके, हेलमेट व सीट बेल्ट की अनिवार्यता, तेज गति व स्टंट के खतरे, मोबाइल का उपयोग करते हुए वाहन चलाने से बचाव, स्कूल बस में चढ़ने-उतरने की सावधानियाँ तथा ट्रैफिक संकेतों का पालन जैसे विषय व्यवहारिक ढंग से समझाए जाएँ। एसपी ने कहा कि विद्यालय स्तर पर जागरूकता बढ़ने से बच्चे खुद भी अपने परिवार और समाज तक सड़क सुरक्षा संदेश पहुँचाकर दुर्घटनाओं में कमी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।








Comments