अपहर्ता ने कहा कि उसकी मांग नहीं मानी तो बच्चों समेत सब कुछ आग के हवाले कर देगा
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- 9 hours ago
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मुंबई में 15 से 20 बच्चों को बंधक बनानेवाले का पुलिस ने किया इनकाउंटर
बाथरूम के रास्ते कमरे में दाखिल हुए मुंबई पुलिस के क्यूआरटी कमाण्डो
मुंबई के पवई इलाके में गुरुवार को दिनदहाड़े एक एक्टिंग स्टूडियो में 15 से 20 बच्चों को बंधक बनाया गया था। आरोपी का नाम रोहित आर्य बताया गया है, जो मानसिक रूप से अस्थिर बताया गया। उसने बच्चों को ऑडिशन के लिए बुलाया था और फिर उन्हें कमरे में बंद कर दिया। उसने मांग पूरा नहीं करने पर बच्चों को जलाकर मारने की धमकी दी। मुंबई पुलिस की क्यूआरटी ने तुरंत मौके पर पहुंचकर इलाके को घेर लिया और अपहर्ता का इनकाउंटर कर बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। आरोपी की गोली लगने से मौत हुई है, जबकि सभी बच्चे सुरक्षित हैं। पुलिस ने बाथरूम के रास्ते से अंदर जाकर कार्रवाई की और आरोपी को हिरासत में लिया था। घटना से इलाके में चिंता का माहौल बन गया था, लेकिन पुलिस की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया।

वेब सीरीज़ के ऑडिशन के बहाने बच्चों को बुलाया था
इस बंधक कांड के अपहर्ता की पहचान रोहित आर्या के रूप में हुई है। वह उसी स्टूडियो में काम करता था और हाल के दिनों में वेब सीरीज़ के ऑडिशन के बहाने बच्चों को बुला रहा था। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि रोहित मानसिक रूप से अस्थिर था और पुलिस को भी अपनी वीडियो में उसने कहा था कि उसकी कुछ नैतिक/सरल मांगे हैं, पैसे की कोई मांग नहीं है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उसका कोई गंभीर आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है, लेकिन मानसिक स्थिति ठीक न होने की पुष्टि हो रही है। स्टूडियो में काम करने के अतिरिक्त, रोहित का अपना एक यूट्यूब चौनल भी था और वह हाल के दिनों में सामान्य से अलग व्यवहार कर रहा था। पिछला विस्तृत आपराधिक रिकॉर्ड सामने नहीं आया है, लेकिन पुलिस उसके बैकग्राउंड की गहराई से जांच कर रही है

पुलिस को मौके से एयर गन और रसायन भी मिले
सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर पूरे स्टूडियो और उसके आसपास के इलाके को चारों ओर से घेर लिया। मौके पर बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकता रही; पुलिस और रेस्क्यू टीम ने लगातार बच्चों को सुरक्षित निकालने की रणनीति बनाई। आरोपी रोहित आर्य से संवाद स्थापित करने के लिए पुलिस अधिकारियों ने उसे मनाने की कोशिश की और उसकी मांगें जाननी चाहीं; आरोपी ने खुद के मानसिक रूप से अस्थिर होने का हवाला दिया था। पुलिस ने जल्द और सुरक्षित रेस्क्यू हेतु स्टूडियो के बाथरूम के रास्ते से फोर्स अंदर भेज कर आरोपी को काबू में लिया। इस दौरान एयर गन और रसायन भी मिले। पुलिस की जवाबी कार्रवाई के दौरान आरोपी को गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई और सभी बच्चों को सकुशल बाहर निकाला गया। इस पूरी कार्रवाई में पुलिस सतर्कता, संयम और सटीक रणनीति अपनाते हुए बच्चों की जान बचाने में सफल रही।

बचाव के दौरान 50 अधिकारी व जवान थे तैनात
खबरों के अनुसार बचाव ऑपरेशन में मुंबई पुलिस की स्थानीय पवई यूनिट, क्राइम ब्रांच, क्यूआरटी टीमों ने हिस्सा लिया था। मौके पर वरिष्ठ अधिकारियों में डीसीपी, एडिशनल एसपी और करीब 40-50 पुलिसकर्मी अलग-अलग टीमों में मौजूद थे। इस ऑपरेशन में फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस टीम भी बाहर तैयार रखी गई थी ताकि बच्चों का तुरंत मेडिकल चेकअप कराया जा सके। रेस्क्यू के लिए अंदर भेजी गई फोर्स में क्यूआरटी की भूमिका प्रमुख रही, जिसने आरोपी के पास जा कर सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। यानि बचाव के दौरान कई विभाग और करीब 50 अधिकारी व जवान तैनात रहे थे। हालांकि, सटीक नाम और सभी अधिकारियों की पूरी लिस्ट सार्वजनिक रूप से नहीं आई है, लेकिन प्रमुख इकाइयां और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पूरे घटनाक्रम की निगरानी कर रहे थे।









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