दुमका। काठीकुंड थाना पुलिस ने 13 सितंबर को हारोडीह गांव से लापता 45 वर्षीय दुर्गा महारानी का शव बुधवार को सालदाहा डाक बंगला स्थित शौचालय के टैंक से बरामद कर लिया। हत्या का आरोप गांव के ही मोहन देहरी (28 वर्ष) और उसका भाई बाबूराम देहरी (25 वर्ष) पर लगा है। दोनों हत्यारोपित महिला को दादी कहते थे। उन्होंने हत्या करने के बाद शव को दो किलोमीटर तक कंधे पर ढोने के बाद टैंक में लाकर डाल दिया। दोनों की निशानदेही पर शव बरामद कर लिया गया। पुलिस ने दोनों भाईयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सहायक अवर निरीक्षक प्रदीप बाखला के बयान पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। 13 सितंबर को विधवा दुर्गा महारानी मवेशी चराने के लिए जंगल की ओर गई थी। देर शाम तक नहीं लौटी। बेटी पानवती कुमारी ने काफी खोजबीन की। 22 सितंबर को बेटी ने काठीकुंड थाना में मां की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। अनुसंधान के क्रम में एएसआइ प्रदीप को पता चला कि महिला के का गांव के दो पोता मोहन व बाबूराम से विवाद चल रहा था। कई बार महिला का बैल ने उनकी फसल तो चरा था। चार दिन पहले भी इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस ने शक के आधार पर बुधवार को दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने सच उगल दिया। थाना प्रभारी श्यामल मंडल का कहना है कि उन लोगों ने दुर्गा को पत्थर पर पटककर मार डाला और शव को बंद पानी के टैंक में फेंक दिया। फसल चराने के विवाद में दोनों ने वारदात को अंजाम दिया।
दो किलोमीटर तक कंधे पर उठा कर ले गये थे शव
काठीकुण्ड। खबर मिलने के बाद एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी, इंस्पेक्टर अतिन कुमार थाना पहुंचे और आरोपितों के बताए स्थान पर गए। करीब दो किलोमीटर तक पैदल चलाने के बाद दोनों में वह स्थान दिखाया, जहां महिला का शव फेंका था। टैंक का ढक्कन हटाया तो वहां महिला का सड़ा गला शव पड़ा था। शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। दुमका एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी ने बताया कि गुमशुदगी का मामला दर्ज करने के बाद पुलिस अनुसंधान कर रही थी। इसी क्रम में शक के आधार पर दोनों युवकों को थाना लाकर पूछताछ की गई तो हत्या की बात स्वीकार की। दोनों को जेल भेज दिया गया है। आपसी विवाद में घटना को अंजाम दिया गया है।
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