मुख्यमंत्री ने रांची में किया दिशोम गुरु शिबू सोरेन JEE–NEET कोचिंग संस्थान का उद्घाटन
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- 13 hours ago
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राज्य के वंचित वर्गों के विद्यार्थियों को मिलेगी नि:शुल्क उच्चस्तरीय कोचिंग
रांची। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी स्थित आदिवासी मैदान में “दिशोम गुरु शिबू सोरेन इंजीनियरिंग (JEE) एवं मेडिकल (NEET) कोचिंग संस्थान” का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने शिबू सोरेन की प्रतिमा का अनावरण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए तथा संस्थान परिसर का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब JEE–NEET जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विद्यार्थियों को राज्य से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। रांची में ही उच्चस्तरीय कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि यह संस्थान केवल शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक बनेगा।
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए उनके उत्साह और मनोबल को बढ़ाया। उन्होंने युवाओं से अपनी भाषा, संस्कृति और परंपरा को साझा करने का आह्वान किया, ताकि झारखंड की विविधता और एकता को और मजबूती मिले।

योग्य अभ्यर्थियों को पुनः अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि एबिलिटी टेस्ट में मामूली अंतर से पीछे रह गए योग्य अभ्यर्थियों को पुनः अवसर दिया जाना चाहिए। कई बार परिस्थितिजन्य कारणों से विद्यार्थी अपनी वास्तविक क्षमता नहीं दिखा पाते, इसलिए दोबारा मौका देना न्यायसंगत और प्रेरक कदम है।
उन्होंने शिक्षा के साथ खेल-कूद को भी महत्वपूर्ण बताते हुए संस्थान में खेल सुविधाओं को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया। कहा कि खेल से अनुशासन, टीम भावना और प्रतिस्पर्धी सोच विकसित होती है, जो विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में सहायक है।

शिक्षा योजनाओं से मिल रही नई उड़ान
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार शिक्षा को सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन का आधार मानते हुए निरंतर ठोस कदम उठा रही है। सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, प्री-मैट्रिक एवं पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजनाओं से वंचित वर्गों को शिक्षा का संबल मिल रहा है।
उन्होंने बताया कि राज्य में 80 उत्कृष्ट विद्यालय स्थापित किए जा चुके हैं, जहां गरीब और मजदूर वर्ग के बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत आदिवासी और मूलवासी विद्यार्थियों को विदेशी विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा के लिए सरकारी सहायता दी जा रही है।

गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से विद्यार्थियों को 15 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसे नौकरी लगने के बाद आसान किश्तों में चुकाया जा सकता है। रिम्स, रांची में भी मेडिकल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि ये प्रयास झारखंड को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्यों की श्रेणी में स्थापित करेंगे।
इस अवसर पर मंत्री चमरा लिंडा, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, मुख्य सचिव अविनाश कुमार, विकास आयुक्त अजय कुमार सिंह, सचिव कृपानंद झा, आदिवासी कल्याण आयुक्त कुलदीप चौधरी, जिला उपायुक्त, उप-विकास आयुक्त सहित बड़ी संख्या में अधिकारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।








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