स्ट्रॉबेरी, अदरक व हल्दी की खेती को बढ़ावा दें: उपायुक्त अभिजीत सिन्हा
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- Nov 1
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उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई जेएसएलपीएस की समीक्षा बैठक
दुमका। समाहरणालय सभागार में उपायुक्त अभिजीत सिन्हा की अध्यक्षता में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपायुक्त ने जेएसएलपीएस के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तारपूर्वक समीक्षा की और पूर्व बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की स्थिति जानी। समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने कहा कि जिले के किसानों को स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए प्रशिक्षण दिया जाए, ताकि वे अधिक लाभ कमा सकें। साथ ही स्ट्रॉबेरी की मार्केटिंग व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, जिससे किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त हो सके। उन्होंने बताया कि दुमका एवं मसलिया प्रखंडों में स्ट्रॉबेरी की सफल खेती हो रही है, जिसे और विस्तार देने की दिशा में कार्य किया जाए। साथ ही किसानों को अदरक और हल्दी की खेती के लिए भी प्रेरित करने और इसमें जेएसएलपीएस की सक्रिय भूमिका सुनिश्चित करने को कहा। उपायुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि यह आकलन किया जाए कि जिले के किसानों को किन अन्य फसलों की खेती से अधिक आय प्राप्त हो सकती है। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि आईएफएससीएल क्लस्टर के अंतर्गत सभी वाटर बॉडीज में मत्स्य पालन कराया जाए, ताकि ग्रामीण स्तर पर आय सृजन के नए अवसर विकसित हो सकें।

महिलाओं के लिए सिलाई केंद्र बनेगा आत्मनिर्भरता का माध्यम
बैठक में उपायुक्त ने दुमका प्रखंड अंतर्गत मंईयां आजीविका सिलाई केंद्र की समीक्षा की। बताया गया कि केंद्र में अब तक 1500 स्कूल ड्रेस तैयार किए जा चुके हैं और प्रतिदिन लगभग 15 महिलाएं कार्यरत हैं। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जिले की जो महिलाएं घर पर सिलाई-बुनाई का कार्य कर रही हैं, उन्हें जेएसएलपीएस के माध्यम से सिलाई मशीन उपलब्ध कराई जाए और आर-सेटी केंद्र के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जिले के प्रत्येक प्रखंड में मंईयां आजीविका सिलाई केंद्र संचालित करने की दिशा में युद्धस्तर पर कार्य किया जाए, ताकि यह महिलाओं के लिए आय का एक सशक्त स्रोत बन सके।

दीदी के ढाबा और दुकानें बनेंगी आत्मनिर्भरता की मिसाल
समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने दीदी के ढाबा योजना की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार दीदी की दुकानें महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही हैं, उसी प्रकार दीदी के ढाबा और मंईयां आजीविका सिलाई केंद्र को भी जिले के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित किया जाए। बैठक में उप विकास आयुक्त अनिकेत सचान, सहायक समाहर्ता नाजिस उमर अंसारी, डीपीएम जेएसएलपीएस तथा सभी प्रखंडों के बीपीएम उपस्थित थे।









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