दुमका। झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष सुभाष सिंह नही रहें। शहर के कुम्हारपाड़ा स्थित न्यू केयर हॉस्पिटल में उन्होंने शनिवार की शाम अंतिम सांस ली। वे लगभग 56 वर्ष के थे। सुभाष सिंह लंबे समय तक कैंसर से लड़ाई लड़ते रहे और जीत भी हाशिल की। आज अचानक उनका शुगर डाउन हो गया था इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया ।वह 2014 में झामुमो के जिलाध्यक्ष बने और उनके कार्यकाल के दौरान ही हेमंत सोरेन पहली बार झारखण्ड के मुख्यमंत्री बने थे। बाद में जब मुंह का कैंसर हुआ तो वह ऑपरेशन के बाद बेड रेस्ट पर चले गये। उन्होंने पार्टी को अपना इस्तीफा दे दिया था।बीच में वह कुछ समय के लिए सक्रिय हुए थे। उनके झामुमो जिलाध्यक्ष के पद से हटने के बाद से झामुमो के दुमका जिलाध्यक्ष का पद अबतक खाली है। पार्टी को उनके समतुल्य कोई ऐसा चेहरा नजर नहीं आया जो संगठन को दुमका जिला में चला सके। इस वर्ष 26 जनवरी को जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झंडोत्तोलन के लिए दुमका आये थे तो उन्होंने राजभवन बुलवा कर सुभाष सिंह से भेंट की थी। सुभाष सिंह पांच भाई थे जिनमें से मुकेश सिंह की सड़क हादसे मौत हो चुकी है। वह अपने पीछे पत्नी के अलावा दो बेटा और भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं। आज उनके घर पर सैकड़ो लोग श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे उम्मीद की जा रही है कि रविवार को दुमका के विधायक और झारखंड सरकार के मंत्री बसंत सोरेन भी उनके आवास पर श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचेंगे ।
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