पुलिस के दबिस के कारण फरार है खूनी संघर्ष के पुरूष अभियुक्त
जामा । 54 बीघा जमीन विवाद को लेकर हुए खूनी संघर्ष में घायल एक व्यक्ति की मौत होने पर दर्ज प्राथमिकी में हत्या की धारा जोड़े जाने से घर के सदस्यों के फरार होने से गुरुवार को पुलिस ने घटना में मारे गए पत्थल दर्वे के शव के अंतिम संस्कार कराया। पुलिस की मौजूदगी में मृतक के पोते ने दादा को मुखाग्नि दी। घटना को लेकर व्याप्त तनाव को देखते हुए पुलिस गांव में कैंप कर रही है। सोमवार को फाड़ासिमल गांव में हुए खूनी संघर्ष मामले में मंगलवार को धनबाद में इलाज के क्रम में पत्थल दर्वे की मौत हो गई। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद शव को गांव लाया गया तो सन्नाटा पसर था। पुलिस ने घर वाले को शव जिम्मा दिया लेकिन घर वाले अंतिम संस्कार को राजी नहीं हुए। घरवालों का कहना था कि गिरफ्तारी के डर से घर के सभी पुरुष फरार हैं, ऐसे में शव का कैसे दाह संस्कार किया जाएगा। गुरुवार को जामा थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह गांव पहुंचे और मृतक के घरवालों से बात कर शव के अंतिम संस्कार की तैयारी की। पुलिस ने लकड़ी की चिता खुद सजाई। इसके बाद मृतक के छोटे पोते से चिता में आग दिलाई। थाना प्रभारी ने बताया कि घर की महिलाओं ने अनुरोध किया था कि अंतिम संस्कार करने के लिए एक भी पुरुष नहीं है। इसलिए अंतिम संस्कार की सारी व्यवस्था कराई गयी। यहां बता दें कि सोमवार को खूनी संघर्ष में पत्थल दर्वे की मौत के बाद दोनों पक्षों के 27 लोगों को अभियुक्त बनाया गया जिसमें पांच की गिरफ्तारी हुई है और अन्य अभियुक्त गिरफ्तारी से बचने के लिए घर से फरार हैं।
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