उद्घाटन के लिए तैयार है बासुकीनाथ श्रावणी मेला महोत्सव
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- Jul 9
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10 जुलाई को होगा उद्घाटन, कौन करेगा उद्घाटन यह तय नहीं
दुमका। राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2025 का बासुकीनाथ में 10 जुलाई को दिन के 01 बजे उद्घाटन किया जायेगा। उद्घाटन समरोह बासुकीनाथ में जरमुण्डी प्रखण्ड कार्यालय के बगल में बनाये गये मयुराक्षी कला मंच मंें आयोजित किया जायेगा। बासुकीनाथ में श्रावणी मेला महोत्सव का उद्घाटन कौन करेगा, यह तय नहीं है। मेला के आयोजन को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए जलार्पण मार्ग, आवासन, मंच व्यवस्था एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं को सुव्यवस्थित किया गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था हेतु जगह-जगह पर दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है।

पिछले साल मेला का उद्घाटन करनेवाले मिथिलेश ठाकुर व बादल दोनों चुनाव हारे
दुमका। 2024 में श्रावणी मेला का उद्घाटन मंत्री मिथिलेश ठाकुर और दीपिका सिंह पाण्डेय के द्वारा किया जाना था पर पाण्डेय बासुकीनाथ में आयोजित श्रावणी मेला महोत्सव के उद्घाटन समारोह में नहीं शामिल हो पायी थी। उद्घाटन समारोह में मिथलेश ठाकुर के साथ पूर्व मंत्री बादल शामिल हुए थे। दिलचस्प बात यह है कि 2024 में हुए विधान सभा चुनाव में मंत्री मिथिलेश ठाकुर (झामुमो) और पूर्व मंत्री बादल (कांग्रेस) दोनों हार गये जबकि दीपिका सिंह पाण्डेय चुनाव जीत गयी और पुनः मंत्री बनायी गयी। बादल को भाजपा के देवेन्द्र कुंवर ने हराया है जो संथाल परगना में जीतनेवाले भाजपा के एकमात्र विधायक हैं। कोई रहे या न रहे भाजपा विधायक देवेन्द्र कुंवर और पूर्व विधायक व सांसद अभयकांत प्रसाद जरूर बासुकीनाथ में श्रावणी मेला के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे।

प्रशासनिक स्तर पर मेला की चौबीसों घंटे निगरानी की व्यवस्था
दुमका। उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने बताया कि मेले के सफल आयोजन हेतु श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और विश्वास के साथ मेला संचालन हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी विभागों के समन्वय से कार्य को अंजाम दिया गया है। मेला क्षेत्र को सुंदर विद्युत सज्जा से सुसज्जित किया गया है, जिससे श्रद्धालु अलौकिक अनुभव प्राप्त कर सकें। 9 अगस्त तक चलने वाले इस ऐतिहासिक मेले के लिए प्रशासनिक स्तर पर चौबीसों घंटे निगरानी की व्यवस्था की गई है।

हंसडीहा-नोनीहाट के रास्ते भी बासुकनाथ पहुंचते हैं कांवरिया
दुमका के बासुकीनाथ धाम में विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला लगता है। बिहार के उत्तर वाहिनी गंगा से जल भर कर श्रद्धालु पहले देवघर के बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण करते हैं। उसके बाद बासुकीनाथ धाम पहुच कर फौजदारी बाबा बासुकीनाथ पर जल चढ़ाते हैं। इसके अलावा भागलपुर के बरारी घाट से जल उठाकर हंसडीहा व नोनीहाट के रास्ते सीधे बासुकीनाथ पहुंचनेवाले श्रद्धालुओं की भी अच्छी खासी संख्या होती है। इस कारण दुमका जिला प्रशासन को दो जगह मोर्चा संभालना पड़ता है। रविवार व सोमवार को जहां हंसडीहा व नोनीहाट के रास्ते बासुकीनाथ पहुंचनेवाले डाक कांवरियों की संख्या अधिक होती है वहीं मंगलवार को देवघर से बासुकीनाथ पहुंचनेवाले कांवरियों की संख्या बढ़ जाती है।










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