कोयला डंपिंग यार्ड हटाने की मांग पर डटे ग्रामीण, आरपीएफ से हुई तीखी बहस
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- Jun 29
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दुमका | संवाददाता
कोयला डंपिंग यार्ड को हटाने की मांग को लेकर रसिकपुर और आसपास के ग्रामीणों का आंदोलन रविवार को और तेज हो गया। पिछले पांच वर्षों से आंदोलन कर रहे ग्रामीणों ने एक बार फिर दुमका रेलवे स्टेशन परिसर में धरना दिया। वहीं आरपीएफ ने रेलवे परिसर में धरना न देने की बात पर अड़े रहे, जिससे दोनों पक्षों में तीखी बहस हुई।
धरना प्रदर्शन का नेतृत्व रवि शंकर मंडल, मुन्नी हांसदा, भाजपा युवा नेता बिमल मरांडी तथा पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष अमिता रक्षित ने किया। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने स्टेशन पहुंच कर कोयला डंपिंग यार्ड के खिलाफ जमकर विरोध जताया।
धरना स्थल पर आरपीएफ इंस्पेक्टर मनोज कुजूर और आंदोलनकारियों के बीच नोकझोंक हुई। रवि शंकर मंडल ने कहा, “स्टेशन पर अवैध रूप से कोयला डंप हो रहा है, जिससे हजारों लोग प्रभावित हैं। आरपीएफ प्रदूषण रोकने में असफल है लेकिन शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों को रोक रही है।”

“गोली चलाइए, लाठीचार्ज कीजिए, हम धरना नहीं हटाएंगे” – बिमल मरांडी
भाजपा के युवा नेता और सीनेट सदस्य बिमल मरांडी धरना स्थल पर बैठकर प्रधानमंत्री की 'मन की बात' सुनते रहे। उन्होंने कहा, “देश की आजादी के लिए बलिदान हुआ था, यह आंदोलन भी उसी भावना से प्रेरित है। चाहे गोली चलाएं या लाठीचार्ज करें, कोयला डंपिंग यार्ड हटाना ही होगा।”
धरना स्थल पर रवि शंकर मंडल, हेमंत श्रीवास्तव, अमन सिंह, विष्णु यादव, अमिता रक्षित, मुन्नी हांसदा, अभय कुमार गुप्ता, गोवर्धन मंडल, जिमी यादव, मनोज पंडित, आशीष नायक, लक्ष्मण कुमार समेत सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे।
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