अपडेट: देवघर सड़क हादसा में 6 की मौत, 24 कांवरिया हुए हैं घायल
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- Jul 29
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देवघर डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर की पुष्टि
दुमका। नाग पंचमी के दिन 29 जुलाई को देवघर के मोहनपुर में हुउ भीषण सड़क हादसे में बस चालक एवं पांच कांवरियों सहित 6 व्यक्ति की ही मौत हुई है। मुतकों में तीन महिला कांवरिया शामिल हैं। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है कि सुबह लगभग 05ः30 बजे मोहनपुर प्रखंड के जमुनिया चौक के पास बस दुर्घटना में घायल श्रद्धालुओं को सदर अस्पताल में चिकित्सकों की निगरानी में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। दुर्घटना में 06 श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई है और 24 श्रद्धालु घायल है, जिनमें 08 श्रद्धालुओं का एम्स में इलाज चल रहा है। शेष श्रद्धालु सदर अस्पताल में इलाजरत है। यहां बता दें कि पहले इस हादसे में 20 कांवड़ियों की मौत होने की खबर आई थी और बाद में मौत का आंकड़ा 18 बताया जा रहा था पर अब देवघर एसडीओ ने स्पष्ट कर दिया है कि दुर्घटना में पांच मौतें ही हुई है।

8 घायलों को देवघर एम्स में किया गया भर्ती
दुर्घटना में 24 श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को देवघर के सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इनमें से अधिकतर घायलों को सिर में चोट आई है, हड्डियां टूट गई है और लिवर, किडनी सहित अंदरूनी अंगों में चोटे भी आई है। गंभीर रूप से घायल 08 कांवरियों को देवघर एम्स भेजा गया है। दुर्घटना के बाद सबसे पहले स्थानीय लोगों ने घायलों को निकालने में बड़ी भूमिका निभाई। इसके बाद घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया। तीन एंबुलेंस से घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाया गया।

झपकी लगने से हुई दुर्घटना, मृतकों में बस चालक शामिल
यह दुर्घटना मंगलवार की सुबह लगभग 5.30 बजे हुई जब कांवरियों से भरी बस ने रसोई गैस लदे 407 मॉडल की ट्रक को ठोकर मार दी और सड़क किनारे रखे गये ईटों के ढेर से टकरा गया। यात्रियों का कहना है कि चालक को नींद आ रही थी। झपकी लगने के कारण बस दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में बस चालक मोहनपुर निवासी सुभाष तुरी की मौत हो गयी जबकि बस का खलासी कूद कर मौके से भाग खड़ा हुआ। बस में 40 से अधिक लोग सवार थे।

बिहार के नवादा जिला से कांवरियों को लेकर आयी थी बस
यह बस बिहार के नवादा जिले से कांवड़ियों को लेकर आई थी, जो देवघर में जलाभिषेक के बाद कांवरियों को लेकर बासुकीनाथ धाम जा रही थी। बस में सवार एक कांवड़िए के अनुसार, बस तेज रफ्तार में चल रही थी। इस दौरान चालक को झपकी आ गई और बस ट्रक से टकरा गई। इसके बाद बस एक पत्थर पर चढ़कर सीधे ईंटों के ढेर में जा घुसी। हादसे के वक्त अधिकतर कांवड़िया सो रहे थे। हादसा होते ही चीख-पुकार मच गई। प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। जान गंवाने वाले कांवड़ियों की पहचान कर उनके परिजनों को सूचित किया जा रहा है। ज्यादातर कांबड़िया बिहार के नवादा के अकबरपुर, हिसुआ और पकरीबरावां प्रखंड क्षेत्रों के रहने वाले हैं। छत्तीसगढ़ के कांवरिया भी इस बस में यात्रा कर रहे थे।

गांव वाले मदद करते तो बच जाती महिला कांवरिया की जान
घायल कांवड़िया सुनील कुमार ने कहा कि अचानक सड़क पर बड़ा पत्थर आ गया। इससे चालक ने अपना नियंत्रण खो दिया और बस ईंटों के ढेर से टकरा गई। ‘‘मैं किसी तरह बस से निकल गया, लेकिन मेरी पत्नी सुमन कुमारी बस में एक घंटे तक फंसी रही, हमारी किसी ने मदद नहीं की। अगर, समय पर मदद होती तो मेरी पत्नी भी बच जाती।’’ हादसे के बाद घटनास्थल पर पहुंचे स्थानीय राधेश्याम सिंह, मोहन महतो, मनोज पासवान ने बताया कि कुरसेला मोड़ पहले से ही दुर्घटना स्थल माना जाता है, इससे पहले भी यहां कई हादसे हो चुके हैं। रामचंद्र ठाकुर ने कहा, “हम लोग पास के खेत में काम कर रहे थे, तभी एक जोरदार आवाज सुनाई दी। दौड़कर पहुंचे तो देखा बस ईंटों के ढेर में घुसी है। कई लोग उसमें फंसे थे, जिनमें कई खून से लथपथ थे। हमने बिना देरी किए पुलिस को सूचना दी और आसपास के लोगों को बुलाका घायलों को बाहर निकालना शुरू किया। घटनास्थल पर पहुंचे एक दुकानदार विजय मंडल ने बताया, बस की रफ्तार बहुत तेज थी, इससे हादसा हो गया।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हादसे पर जताया दुख
“श्रावणी मेला में हुए इस हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर फैला गया है। देवघर सड़क हादसे पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी और गोड्डा के भाजपा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने गहरा दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की और प्रशासन को घायलों के समुचित इलाज का निर्देश दिया है।









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