नामांकन करते ही राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह को गिरफ्तार कर क्यों गढ़वा ले आयी झारखंड पुलिस
- SANTHAL PARGANA KHABAR
- Oct 21
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नामांकन के तुरंत बाद राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह को गिरफ्तार कर क्यों गढ़वा ले आयी झारखंड पुलिस
जेल में गुजरी राजद प्रत्याशी की दीपावली की रात, नामांकन के अंतिम दिन 20 अक्टूबर को हुई गिरफ्तारी
सासाराम। महागठबंधन के घटक दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को सोमवार को उस समय बड़ा झटका लगा जब सासाराम विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार सत्येंद्र साह को नामांकन दाखिल करने के तुरंत बाद ही झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जैसे ही सत्येंद्र साह निर्वाची पदाधिकारी (Returning Officer) के कक्ष से नामांकन पत्र जमा कर बाहर निकले, पुलिस टीम ने उन्हें हिरासत में ले लिया। यह घटना सासाराम समाहरणालय परिसर में घटी, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
गढ़वा के पुराने मामले में जारी था स्थायी वारंट
सदर डीएसपी वन दिलीप कुमार ने बताया कि सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी झारखंड के गढ़वा जिले में दर्ज लगभग 21 साल पुराने मामले (वर्ष 2004) के तहत की गई है। जानकारी के अनुसार सत्येंद्र साह गढ़वा में कांड संख्या 320/2004 में आरोपित थे। सत्येंद्र साह के विरुद्ध आइपीसी की धारा 395, 397 एवं 120 बी के तहत मामला दर्ज है। इस मामले में वे फरार चल रहे थे। इस मामले में गढ़वा व्यवहार न्यायालय से पहले से ही वारंट जारी था। गढ़वा के पुलिस अधीक्षक अमन कुमार ने भी इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है। गढ़वा न्यायालय ने उनके खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया था। इसी वारंट के आधार पर करगहर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बताया कि सत्येंद्र साह को अब गढ़वा अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
2010 में लड़ा था चुनाव
बताते चले कि वर्ष 2010 के चुनाव में सत्येंद्र साह ने कांग्रेस (जे ) के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े थे । वर्ष 2010 के चुनाव में सत्येंद्र साह को छह हजार से अधिक वोट आए थे। वहीं लगभग तीन वर्ष पूर्व सत्येंद्र साह ने अपनी पत्नी को नगर निगम सासाराम से मेयर का चुनाव लड़ाया था।
बताया जाता है कि डेढ़ दशक पूर्व सत्येंद्र साह के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे। नामांकन के दौरान अनुमंडल कार्यालय परिसर भारी संख्या में पुलिस बल और अधिकारियों की तैनाती को देखते हुए इस बात का कयास लगाया जा रहा था।
सत्येंद्र साह ने कहा – "यह राजनीतिक साजिश"
गिरफ्तारी से पहले मीडिया से बात करते हुए सत्येंद्र साह ने कहा कि यह पूरी कार्रवाई राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की साजिश है।
उन्होंने कहा, “वारंट पहले से लंबित था, लेकिन जब मुझे प्रत्याशी घोषित किया गया, तभी अचानक गिरफ्तारी की गई। यह जनता के जनादेश को रोकने की कोशिश है।” सत्येंद्र साह ने आगे कहा कि अब “जनता खुद चुनाव लड़ रही है” और उन्होंने सासाराम की जनता से अपना समर्थन बनाए रखने की अपील की।
समर्थकों का हंगामा, प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
गिरफ्तारी की खबर फैलते ही नामांकन स्थल के बाहर समर्थकों की भीड़ जुट गई। लोगों ने प्रशासन और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। समर्थकों ने सत्येंद्र साह की रिहाई की मांग करते हुए “सत्येंद्र साह जिंदाबाद” और “जनता का उम्मीदवार, जनता का फैसला” जैसे नारे लगाए। स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए प्रशासन को अतिरिक्त पुलिस बल बुलाना पड़ा।

पुरानी जीटी रोड पर लगा जाम
प्रदर्शन और हंगामे के चलते पुरानी जीटी रोड पर जाम की स्थिति पैदा हो गई। वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात कई घंटों तक बाधित रहा। पुलिस और जिला प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को समझाने की कोशिश की और धीरे-धीरे स्थिति पर नियंत्रण पाया।
राजनीतिक हलकों में हलचल
राजद प्रत्याशी की गिरफ्तारी ने सासाराम समेत पूरे रोहतास जिले के राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। विपक्षी दलों ने इस कार्रवाई को “कानून के अनुसार कदम” बताया है, वहीं राजद नेताओं का कहना है कि “यह जनसमर्थन से डरने वालों की चाल है।” अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी के बाद राजद का चुनावी समीकरण किस दिशा में जाता है।














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