Santhal Pargana Khabar
Aug 4, 20211 min
दुमका । जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड में केंद्र सरकार के द्वारा कई कोल ब्लॉक आवंटित किए गए हं ।कई जगह प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को जमीन खाली करने का भी कहा गया है। ऐसे में अब वो खुलकर विरोध कर रहे हैं। कोल ब्लॉक के जमीन उपलब्ध कराने को लेकर ग्रामीणों का विरोध लगातार जारी है। बुधवार को शिकारीपाड़ा प्रखंड के पहाड़ आमचुंवा गांव में दर्जनों गांव के ग्रामीण अपना पारम्परिक हथियार तीर-धनुष, हसिया, कैचिया के साथ एकजुट हुए और उन्होंने कोल ब्लॉक के लिए अपनी जमीन नहीं देने की बात एक बार फिर से दोहराई। यहां ग्रामीण पहले के मुकाबले ज्यादा आक्रोशित दिखे। ग्रामीण कहने लगे यह जमीन यह गांव ही हमारा परिवार है। हमने सरकार बनाई है, सरकार ने हमें नहीं बनाया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि चाहे कोई भी यहां आए अगर जबरजस्ती हमारी भूमि लेने का प्रयास करेगा तो हम उनकी जान ले लेंगे। तीर - धनुष से जान ले लेगें। हम आपको बता दें कि शिकारीपाड़ा क्षेत्र के ग्रामीण कॉल ब्लॉक के लिए जमीन नहीं देने की जिद पर अड़े हैं। अब तो उन्हें स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी उन्हें साथ मिल रहा है। एक सप्ताह पहले जिला परिषद की अध्यक्ष जोएस बेसरा भी ग्रामीणों के सुर में मिलाते हुए नजर आयी थी। ऐसे में प्रशासन के सामने यह बड़ी चुनौती है कि वह कोल ब्लॉक कंपनी को जमीन मुहैया कराए।